आजकल गूगल, और यूट्यूब देखकर इलाज करने का ट्रेंड बन गया है। अक्सर लोग के पास कोई डिग्री और कोई स्पेशलाइजेशन नहीं होता। कोई यूट्यूब देखकर जड़ी बूटी से इलाज कर रहा है, कोई पेड़ की चाल खा रहा है। जब तक किसी इलाज का साइंटिफिक एविडेंस न मिल जाए, कभी इस्तेमाल न करें। एक चीज और, हर चीज का साइड इफेक्ट होता है, चाहे एलोपैथी हो होम्योपैथी हो या आयुर्वेद, ये सिर्फ बेवकूफ बनाने वाली बातें हैं। जब खाने से फूड प्वाइजनिंग हो सकती है, तो ऐसा नहीं है की हम खाना बंद कर देते हैं। जरा सोचिए।।। डाक्टर. अशरफ
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